UP विशेष पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने कहा कि जब तक पर्याप्त सबूत न हों तब तक यह कहना ठीक नहीं होगा कि अवैध तरीके से भारत आई सीमा हैदर एक जासूस है.
सीमा हैदर मामले में दो दिन की पूछताछ के बाद उत्तर प्रदेश ATC ने जांच खत्म कर दी है. पुलिस को शक था कि सीमा पाकिस्तान से जासूसी के मकसद से भारत आई है. इस बात को ध्यान में रखते हुए ही सीमा हैदर से पूछताछ की जा रही थी. हालांकि, ATC का कहना है कि जांच में कोई जासूसी एंगल सामने नहीं आया है.
UP ATC अपनी रिपोर्ट उत्तर प्रदेश सरकार को जल्द सौंपेगी. UP पुलिस ये रिपोर्ट अन्य जांच एजेंसियों के साथ भी शेयर करेगी. फिलहाल, सीमा हैदर के डिपोर्टेशन में वक्त लगेगा. फॉरेन एक्ट के तहत सीमा हैदर पर जो एफआईआर दर्ज है उसके निस्तारण के बाद ही डिपोर्टेशन का वक्त तय होगा.
कुछ भी कहना मुश्किल
UP विशेष पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने बुधवार(19 जुलाई) को कहा कि जब तक पर्याप्त सबूत न हों तब तक यह कहना ठीक नहीं होगा कि अवैध तरीके से भारत आई सीमा हैदर एक जासूस है. पुलिस ने 17 और 18 जुलाई को सीमा और उसके भारतीय प्रेमी सचिन मीना से पूछताछ की थी.
नेपाल नहीं भेजी जा रही टीम
प्रशांत कुमार ने यह भी कहा कि सीमा भारत में कैसे दाखिल हुई, इसकी जांच के लिए कोई टीम नेपाल नहीं भेजी जा रही है, लेकिन जब उनसे पूछा गया कि क्या सीमा को निर्वासित किया जा सकता है तो उन्होंने कोई सीधा जवाब नहीं दिया.
सीमा के पास मिले 2 कैसेट, 4 मोबाइल फोन और पासपोर्ट
एटीएस की पूछताछ पर राज्य पुलिस ने कहा कि सीमा हैदर के पास से दो वीडियो कैसेट, चार मोबाइल फोन, 5 पाकिस्तानी पासपोर्ट और अधूरे नाम एवं पते वाला एक बिना इस्तेमाल किया गया पासपोर्ट और एक पहचान पत्र मिला है. जमानत के बाद से सीमा मीडिया से बातचीत में कह रही है कि वह नेपाल के रास्ते भारत में दाखिल हुई और सचिन के साथ रहने के लिए बस में नोएडा आई. दोनों की पहचान पबजी खेलते समय ऑनलाइन हुई थी.