नई दिल्ली : whatsapp ने अपने कंज्यूमर्स के अकाउंट की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सभी डिवाइसों के लिए ‘टू स्टेप वेरीफिकेशन’ प्रोसेस शुरू कर दिया है।
इस फीचर में वॉट्सएप आपके फोन नंबर को वेरीफाई करने की प्रोसेस के साथ एक छह डिजिट का पासकोड भी देना होता है, जिसे आप चुनते हैं। क्या आप इस नए सिक्योरिटी फीचर को यूज करने के लिए उत्साहित है ? तो बता दें 4 ऐसी कमियां जिनके चलते आप वॉट्सऐप के इस नए फीचर को इस्तेमाल नहीं करना चाहेगें।
1- टू-स्टेप वेरिफिकेशन के लिए आपको अपना ई-मेल ऐड्रेस देना पड़ता है कि अगर आप पासकोड भूल जाएं तो ये काम करेगा। मगर आप पासवर्ड भूल गए और ई-मेल बैक-अप स्पेसिफाई नहीं किया, तो 7 दिन तक आप वॉट्सऐप को फिर से वेरीफाई नहीं कर पाएंगे। जिसका मतलब ये हुआ कि 7 दिनों तक आप वॉट्सऐप का यूज नहीं कर पाएंगे।
2-अगर आप अपना नंबर बिना पासकोड के 30 दिन बाद फिर से वेरिफाई करते हैं, तो आपका अकाउंट अपने आप हमेशा के लिए डिलीट हो जाएगा.
3- अगर आप हमेशा इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं तो बहुत बार स्क्रिन पर आने वाले पॉप-अप्स जरूर परेशान करते होंगे और टू-स्टेप वेरिफिकेशन फीचर एनेबल करने के बाद आपको वॉट्सऐप पर इन पॉप-अप्स का सामना बार-बार करना पड़ सकता है।
4.जैसा कि हमने पहले बताया, टू स्टेप वेरिफिकेशन को वैलिड ई-मेल आइडी डालना जरूरी होता है। इसकी जरूरत आपको पासकोड भूल जाने पर वॉट्सऐप अकाउंट डिसेबल करते हुए भी होगी। हालांकि, वॉट्सऐप का दावा है कि वह ऐक्यूरेसी जांचने के लिए ई-मेल को वेरिफाई नहीं करेगा, फिर भी हो सकता है कि आपको सुरक्षा के खतरे और अनवांटेड प्रमोशनल मेसेज आदि का सामना करना पड़ सकता है।