नई दिल्ली : देश में नारी सशक्तिकरण की दिशा में लिंग भेद को खत्म करने के लिए आर्मी ने शुक्रवार को बड़ा फैसला लिया है। बता दें कि आर्मी में महिलाओं को बराबरी का दर्जा देने के लिए रक्षा मंत्रालय सैन्य पुलिस में 800 महिलाओं की भर्ती करेगी। सैन्य पुलिस में महिलाओं की भर्ती के लिए सारी प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। योजना के क्रियान्वयन में कुछ समय लग सकता है। इस फैसले के बारे में सेना के एडजुटेंट जनरल अश्वनी कुमार ने जानकारी दी है।
आपको बता दें कि देश की रक्षा मंत्री का पद संभालने के बाद निर्मला सीतारमण ने कहा था कि सेना में महिलाओं का कद बढ़ाने की दिशा पर विचार होगा। अभी तक सेना में महिलाओं की भर्ती ऑफिसर रैंक में होती थी लेकिन इस फैसले के बाद अब अन्य रैंक्स में भी यह भर्ती हो सकेगी और इसकी शुरुआत सेना पुलिस से होगी।
इससे पहले सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने भी कहा था कि सेना में महिला जवानों की भर्ती के बारे में विचार हो रहा है। महिलाओं की सेना पुलिस में भर्ती से इसके रास्ते खुलेंगे। 1992 से महिलाओं को सेना के कुछ चुने हुए विभागों में ही सेवा का मौका दिया जाता रहा है। आर्मी सर्विस हेडक्वार्टर ने इस अपग्रेडेशन को मंजूरी दे दी है, जिससे लगभग 1.4 लाख रैंक्स को फायदा होगा।
वर्तमान में महिलाएं सेना के मेडिकल, कानून, शैक्षणिक, सिग्नल और इंजीनियरिंग चुनिंदा क्षेत्रों में ही कार्यरत हैं। सैन्य पुलिस में शामिल होने के बाद महिलाओं का कार्य क्षेत्र बढ़ जाएगा। महिलाएं सेना छावनी में पुलिसिंग करेंगी। साथ ही सैन्य प्रतिष्ठानों सैनिकों द्वारा नियमों के उल्लंघन को रोकने के साथ नियमों का पालन कराना भी महिलाओं की जिम्मेदारी होगी। जरूरत पड़ने पर महिला सैन्य पुलिस सिविल पुलिस को सहायता भी प्रदान करेगी।