मुंबई: आतंकवाद को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे विवाद की वजह से करण जौहर की फिल्म को देश में जबरदस्त विरोध हो रहा है। जहां मनसे ने करण जौहर अपनी फिल्म से फवाद खान को बाहर करने को कहा है तो वहीं लोगों ने फिल्म नहीं देखने का फैसला लिया है।
इस पर पहली बार करण जौहर ने बोलते हुए कहा है कि ‘मेरे लिए देश पहले आता है’। उन्होंने अपनी फिल्म ‘ऐ दिल है मुश्किल’ को लेकर उपजे विवाद पर एक भावुक वीडियो जारी किया और कहा कि वह भविष्य में ‘पड़ोसी देश की प्रतिभाओं को मौका नहीं देंगे’, लेकिन इसके साथ ही उन्होंने जल्द रिलीज होने वाली अपनी फिल्म ‘ऐ दिल है मुश्किल’ की वकालत करते हुए उसको टारगेट नहीं करने की अपील भी की।
उन्होंने आगे कहा, ‘मैं आपसे विनती करता हूं कि इस चीज पर ध्यान दें… वह यह कि मेरे क्रू में शामिल 300 से अधिक भारतीयों ने इस फिल्म में अपना खून-पसीना बहाया है… ऐसे में मैं नहीं समझता कि अन्य भारतीयों की ओर से किया जाने वाला यह विरोध उनके लिए न्यायसंगत होगा।’
44 साल के निर्माता ने कहा कि वह इतने दिनों तक इसलिए चुप थे, क्योंकि वह इस बात से ‘व्यथित और गहरी पीड़ा में थे’ कि लोग उन्हें राष्ट्रविरोधी समझ रहे थे। ‘जब मैंने पिछले साल सितंबर-दिसंबर में अपनी फिल्म की शूटिंग की, तो माहौल और परिस्थितियां बिल्कुल अलग थीं. उस समय हमारी सरकार की ओर से पड़ोसी देश के साथ शांतिपूर्ण रिश्ते के लिए प्रयास किए गए थे और उस समय मैंने भी इन प्रयासों का सम्मान किया था और मैं वर्तमान भावनाओं का भी सम्मान करता हूं… क्योंकि मैं भी ऐसा ही महसूस करता हूं।’
आपको बता दें कि करीब 450 सिनेमाघर मालिकों के एक समूह ने पिछले महीने कश्मीनर के उरी में हुए आतंकी हमले (जिसमें 19 जवान शहीद हो गए थे) के बाद कहा था कि वे उन फिल्मों का प्रदर्शन नहीं करेंगे, जिनमें पाकिस्तांनी कलाकार हैं।
आपको बता दें कि राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) ने धमकी दी है कि यदि करण जौहर अपनी फिल्म से फवाद खान को बाहर नहीं करते हैं, तो वह उन सिनेमाघरों को नुकसान पहुंचाएंगी, जो उनकी फिल्म को प्रदर्शित करेंगे।
इस मामले पर करण जौहर ने आगे कहा, ‘मैं भारतीय सेना का सम्माएन करता हूं, मैं भारतीय सेना को सैल्यूट करता हूं… मैं हर तरह के आतंकवाद की कड़े शब्दों में निंदा करता हूं… मैं उम्मीद करता हूं कि आप सब उन परिस्थितियों को समझेंगे, जिनका हम सामना कर रहे हैं और हमारी इस भावना को भी समझेंगे कि हम अपने देश को सबसे अधिक प्यार करते हैं और उसको सम्मान देते हैं. वह हमारे लिए सबसे बढ़कर है।’
गौरतलब है कि भारत में पाकिस्तानी आतंकियों ने हमला कर सेना के 19 जवानों को शहीद कर दिया था। उनके इस हमले के बाद से ही देश में पाकिस्तान के खिलाफ गुस्सा था। इसका बदला लेते हुए भारतीय सेना ने पाकिस्तान में घुसकर 40 से ज्यादा पाकिस्तानी आतंकियों को मार दिया था। अब दोनों देशों के बीच युद्ध जैसे हालात हैं।