नई दिल्ली : सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग का खतरा हमेशा बना रहता है। आपकी कोई पोस्ट या फोटो यूजर्स को पसंद नहीं आई तो बस शुरु हो जाती है ट्रोलिंग।
सेलेब्रिटी से लेकर आम यूजर्स तक ट्रोलिंग का शिकार बन जाते हैं। गूगल ने इस परेशानी से निपटने की तैयारी कर ली है।
गूगल की पकड़ में होगा सबकुछ :
सोशल साइट्स पर यूजर्स को ट्रोल का शिकार न होना पड़े इसका समाधान गूगल ने ढूंढ निकाला है। ऑनलाइन सर्च कंपनी ने एक आर्टिफिशल इंटेलिजेंस टूल पर्सपेक्टिव डिजाइन किया है, जिससे आपत्तिजनक पोस्ट पर लगाम लगाई जा सकेगी। यानी कि आप की पोस्ट पर कोई अभद्र कमेंट आता है तो वह गूगल की पकड़ में आ जाएगा।
कंटेंट पर ऐसे रखेगा नजर :
गूगल ने पिछले हफ्ते इस आर्टिफिशल इंटेलिजेंस टूल को रिलीज किया है। यह एआई (आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस) ऑनलाइन कंटेंट को स्कैन करता है और फिर उसकी रेटिंग करता है। यह रेटिंग अच्छे और बुरे कंटेंट को लेकर होती है। रेटिंग का चुनाव यूजर्स की प्रतिक्रिया के हिसाब से होता है। हेट कंटेंट जो यूजर्स को पसंद नहीं आया उसकी रेटिंग गिर जाएगी। यह हजारों लोगों द्वारा दी गई रेटिंग पर आधारित होगा।
कैस करेगा काम :
पर्सपेक्टिव में आप ऑनलाइन कमेंट बोर्ड भर सकते हैं और यह भी देख सकते हैं कि कितने लोगों ने माना है कि यह पोस्ट खतरनाक है। यही चीज बाकी लोगों को तय करने में मदद करेगी कि वह इस कवर्जेशन में भाग लें या नहीं। न्यूज साइट्स भी अपने कमेंट बोर्ड को मॉनिटर करने के लिए इस टूल का इस्तेमाल कर सकती हैं। इसके अलावा लोग कुछ खास शब्द या मुहावरे पर्सपेक्टिव में भरकर चेक कर सकते हैं कि उन्हें क्या रेटिंग दी गई है। हेट स्पीच को पकड़ने का मॉडल तैयार करने के लिए डेवलपर्स ने न्यूयॉर्क टाइम्स के 17 मिलियन रीडर्स के कमेंट्स का एक डेटा बनाया है। साथ ही विकिपीडिया के कमेंट सेक्शन से भी जानकारियां ली गई हैं।